Homoeopathy 001
General conversation (सामान्य बातचीत)
मित्रों आज मैं होम्योपैथी (Homoeopathy) के विषय में कुछ सामान्य बातें आपसे साझा करूंगा, मान लीजिये कि कुछ लोगों को बुखार आ रहा है और उनकी जाँचमें पाया जाता है कि उन्हें ‘मलेरिया’ नामक बीमारी है, अब हम अपने रोगियों से अलग अलग बात करते है तो किसी को प्यास लगती है किसी को नहीं, कोई एक बार में थोड़ा पानी पीता है किन्तु जल्दी जल्दी एवं बार-बार पीता है; कोई एक बार में अधिक पानी पीता है ; कोई ठण्डा पेय पीना चाहता है और कोई अन्य व्यक्ति गर्म पेय पीना चाहता है; किसी किसी को कुछ खा पी लेने के बाद उलटी हो जाती है - उसके पेट में कुछ टिकता ही नहीं ; किन्तु कोई अन्य भूख महसूस करता है और ठीक से खा भी लेता है; कोई बुखार में लिहाफ ओढ़ना चाहता है और कोई ठंडी हवा पसंद करता है ; इसका मतलब है कि प्रत्येक रोगी दूसरे से भिन्न होता है अर्थात अपने में विशिष्ट है - ऐसी भिन्नता या विशिष्टता को महत्व देते हुए यह समझना आसान है कि यद्यपि सभी रोगियों को एक ही बीमारी ‘मलेरिया’ हुई है किन्तु प्रत्येक रोगी के भिन्न लक्षणों अर्थात उसकी विशिष्टता (uniqueness) के आधार पर होम्योपैथी में उसकी दवा भी भिन्न (uniqueness) होगी
होम्योपैथीमें रोगी के लक्षणों के अधिकतम अनुरूप दवा (similimum) अर्थात जिस दवा में रोगीके अधिकतम विशिष्ट लक्षण मौजूद हों वही उसकी दवा होगी
मैं आप सब मित्रों से सामान्य बातचीत करता रहूंगा और अति सरल भाषा में हम होम्योपैथीके गहन रहस्यों को जानने समझने का प्रयास करेंगे
#homoeopathy, #uniqueness, #similimum,
Homoeopathy safer and superior medicine.
USE HOMOEOPATHY STAY HEALTHY and improve your Immunity
होम्योपैथी अपनाएं -स्वस्थ रहें -अपनी रोग निरोधक शक्ति बढ़ाएं
Healthy people Prosperous nation
स्वस्थ जन समृद्ध राष्ट्र
A good guideline to remember is:
Homoeopathy as the general rule; allopathy as a last resort.
If the proof of the pudding is in eating, it is impossible to deny that like cures like.
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